दोस्तों देश के विकास में वैसे तो सभी का योगदान होता है। लेकिन एक ऐसा वर्ग भी है जिसके बिना किसी भी देश का विकास संभव ही नहीं है और वह हमारे देश के वैज्ञानिक है जो दिन रात इसी काम में लगे रहते हैं की कैसे हमारा देश दुनिया का सबसे विकसित देश बने। वैज्ञानिक बनना इतना भी आसान नहीं है लेकिन यह एक ऐसा पेशा है जिसमे इंसान को ना तो खुद की और ना ही अपने परिवार की परवाह रहती है। कभी-कभी तो कोई वैज्ञानिक एक ही शोध में वर्षो तक लगे रहते है।
लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि वैज्ञानिक कैसे बनते हैं। इसके लिए कितनी पढ़ाई करनी होती है और ISRO और NASA जैसे संस्था में बैज्ञानिक कोई कैसे बनत हैं। आज के इस पोस्ट में हम How to become Scientist के बारे मे जानेंगे। अगर आप भी बैज्ञानिक बनकर देश के विकास में अपना योगदान देना चाहते हैं। तो चलिये शुरू करते है और वैज्ञानिक कैसे बने के बारे मे जानते है।
Scientist कौन होता हैं?
वैज्ञानिक कई तरह के होते हैं – ISRO वैज्ञानिक, मेडिकल के वैज्ञानिक। ऐसे ढेरो विभाग हैं, जिनमें वैज्ञानिक होते हैं। लेकिन सभी में यह आम बात है कि यह सभी वैज्ञानिक हर दिन नए-नए शोध करते रहते हैं। अगर कोई ISRO के वैज्ञानिक है तो वह हर दिन हमारे ब्रह्मांड में होने वाली गतिविधि पर नजर रखते हैं और रिसर्च में लगे रहते हैं। जबकि अगर कोई चिकित्सा वैज्ञानिक है तो वह हर दिन नई-नई दवाइयों की खोज में लगे रहते हैं ताकि बीमारियों को खत्म किया जा सके। इस तरह से हमारे वैज्ञानिक दिन रात शोध में लगे रहते हैं।
शैक्षणिक योग्यता (Educational Qualification)
इनका काम बहुत मुश्किल होता है इसलिए इसमें पढ़ाई का बहुत महत्व है। वैसे तो एक वैज्ञानिक बनने का सपना देखने वालों के लिए यह जान लेना जरूरी है कि इसकी पढ़ाई कभी खत्म ही नहीं होती है क्योंकि वैज्ञानिक हर दिन सीखते रहते हैं। लेकिन फिर भी अगर कोई वैज्ञानिक बनना चाहता है तो उसके लिए कुछ शैक्षणिक योग्यता तय की गई है।
वैज्ञानिक बनने के लिए आपका 10th के बाद Physics, Chemistry, Biology, Maths जैसे विषयो को सेलेक्ट करना होता है। इसके बाद इन्हीं विषयों में ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन जैसे M.Sc, M. Phil, इंजीनियरिंग और उसके बाद Phd कर सकते हैं। उसके बाद आप वैज्ञानिक के पोस्ट के लिए आवेदन कर सकते हैं। उसके बाद आप ISRO या NASA जैसी संस्था में वैज्ञानिक बन सकते हैं।
उम्र सीमा (Age Limit)
दोस्तों सीखने की कोई उम्र नहीं होती ठीक उसी तरह से एक वैज्ञानिक बनने के लिए कोई भी उम्र सीमा नहीं है। आप किसी भी उम्र में वैज्ञानिक बन सकते हैं। वैज्ञानिक बनना आसान नहीं है। इसके लिए बहुत पढ़ाई करनी होती है। तभी तो दोस्तों वैज्ञानिक की इज्जत किसी से भी ज्यादा होती है। अगर आप भी वैज्ञानिक बनना चाहते हैं तो यह जान लीजिए कि इसमें कोई उम्र सीमा नहीं होती है।
Scientist कितने तरह के होते हैं?
देश और दुनिया में कई तरह के वैज्ञानिक होते हैं। जो अलग-अलग सब्जेक्ट पर रिसर्च करते रहते हैं और दिन-रात बस इसी कोशिश में लगे रहते हैं कि कैसे-कैसे नए शोध के जरिए देश का विकास किया जाए। तो चलिए जानते हैं की वैज्ञानिक कितने तरह के होते हैं –
- Goelogist
- Goegrapher
- Botanist
- Marine Biologist
- Ethologist
- Agronomist
- Seismologist
- Geneticist
- Chemist
- Microbiologist
- Astronomer
- Zoologist
- Paleontologist
- Cytologist
- Ecologist
- Epidemiologist
Top Colleges कौन-कौन से हैं?
दोस्तों हमारे देश में कई ऐसे विश्वविद्यालय हैं जहां अलग-अलग विषय के वैज्ञानिक की पढ़ाई कराई जाती है। जहां पढ़कर लाखों बच्चे वैज्ञानिक बनते हैं। तो चलिए जानते हैं उन्हें में से कुछ टॉप कॉलेज और विश्वविद्यालय के बारे में जहां से आप पढ़ाई कर सकते हैं –
- Hindu Colloege
- St. Stephens
- Miranda House
- Jawaharlal Nehru University
- Jain University
- Kalinga University
- St. Xavier’s College
- Hansraj College
- Stella Maris College
- Wilson College
- Christ University
ISRO मे Scientist कैसे बने?
ISRO में भर्ती होने की दो प्रक्रिया है और दोनों ही तरीके से आप इसमें नौकरी पा सकते हैं। पहले तो यह की इसके लिए आपको IIST (Indian Institute of Space Technology) में एडमिशन लेना होगा। अगर आपको यहां एडमिशन मिल जाता है और आप पूरी लगन के साथ पढ़ाई करते हैं तो आपका वैज्ञानिक बनने का सपना साकार हो सकता है। क्योंकि हर साल इसरो IIST से पढ़ने वाले छात्रों की भर्ती करता है। ऐसा कहा जाता है कि इस इंस्टिट्यूट में पढ़ने वाले सभी छात्रों को ISRO भर्ती कर लेता है। इसलिए ISRO में नौकरी पाने का यह सबसे आसान तरीका है।
इसके अलावा ISRO में नौकरी पाने का दूसरा रास्ता परीक्षा देकर है। दरअसल ISRO हर साल भर्ती के लिए परीक्षा करवाता है। इसके लिए एक बोर्ड भी है जिसे ICRB (ISRO Centralized Recruitment Board) कहा जाता है। यह परीक्षा तीन कैटेगरी (इलेक्ट्रॉनिक, मैकेनिक और कंप्यूटर) में कंडक्ट करवाई जाती है – ।
IIST परीक्षा को कौन दे सकता है?
इस परीक्षा के लिए आपके पास बैचलर आफ इंजीनियरिंग, बैचलर ऑफ साइंस, बैचलर ऑफ़ टेक्नोलॉजी की डिग्री होनी चाहिए। अगर आप ने इन कोर्स को कर रखा है तो आप इस परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। इस कोर्स में आपका कम से कम 65% अंक होना जरूरी है। तभी आप इस परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। अगर आप ने इस परीक्षा को क्लियर कर लिया तो आपकी नौकरी ISRO जैसी संस्था में पक्की है। अलग-अलग विभाग में नौकरी के लिए अलग-अलग भर्ती प्रक्रिया है जिसे आप उसकी वेबसाइट पर जाकर चेक कर सकते हैं।
Top Recruiters कौन कौन है ?
बहुत सारे छात्र के मन में यह सवाल आता है कि वैज्ञानिक बनने के बाद कहां नौकरी लग सकती है। क्योंकि ज्यादातर छात्र को यही लगता हैं कि वैज्ञानिक का मतलब ISRO और NASA होता है। लेकिन ऐसा नहीं होता है चलिए जानते हैं टॉप रिक्रूटर के बारे में –
- National Aeronautics and Space Administration (NASA)
- Indian Space Research Organization (ISRO)
- Indian Association for Cultivation of Science (IACS)
- Indian Institute of Science Education and Research (IISER)
- Tata Institute of Fundamental Research (TIFR)
- Aryabhatta Research Institute of Observational Sciences (ARIES)
- Indian Institute of Tropical Meteorology (IITM)
- Defence Research and Development Organization (DRDO)
- Bhabha Atomic Research Centre (BARC)
- Indian Council of Agricultural Research (ICAR)
- Council of Scientific & Industrial Research (CSIR)
- Indian Institute of Tropical Meteorology (IITM)
Salary कितनी मिलती है ?
आपकी सैलरी इस बात पर निर्भर करती है कि आप किस पोस्ट पर है और आपको कितना अनुभव है। अगर आप वैज्ञानिक बनते हैं तो आपकी शुरुआती सैलरी 50 हजार से लेकर ₹1 लाख तक होती है और जैसे-जैसे आपका अनुभव बढ़ता है तो आपका प्रमोशन भी होगा और धीरे-धीरे आपकी सैलरी भी बढ़ती चली जाएगी।
Scientist के लिए क्या skill चाहिए?
किसी भी नौकरी के लिए अलग स्किल की जरूरत पड़ती है। हालांकि जिस व्यक्ति में नौकरी की जरूरत के हिसाब से कुशलता नहीं होती वह अपने काम को पूरे मन से नहीं कर पाता और धीरे-धीरे उसे उस काम से मन हट जाता है।
एक वैज्ञानिक जब कोई शोध करता है तो रिसर्च पेपर निकालता है इसलिए एक वैज्ञानिक के पास अच्छी राइटिंग स्किल होनी जरूरी है। उसके बाद आप जिस भी क्षेत्र में हो आपको उसकी पूरी जानकारी होनी चाहिए। एक वैज्ञानिक का जिज्ञासु होना जरूरी है। उसे नई-नई चीजों को जानने और खोजने में रुचि होनी चाहिए तभी वह अपने क्षेत्र में कुछ नया खोज पाएगा।
हम उम्मीद करते है की इस पोस्ट की जानकारी आपको जरूर पसंद आई होगी। आपको ये पोस्ट कैसी लगी ये आप कॉमेंट करके जरूर बताइएगा। इसके साथ ही अगर आपका कुछ सवाल है तो आप हमे कॉमेंट मे बता सकते है।
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