Rabindranath Tagore Poems in Hindi: नमस्कार दोस्तो, हमेशा की तरह आज फिर से एक नए पोस्ट Rabindranath Tagore Poems in Hindi के साथ हाजिर है। हम उम्मीद करते है की ये पोस्ट आपको पसंद आएगी और आप इसे आप अपने दोस्तो के साथ जरूर शेयर करेंगे।
एक दूसरे से प्यार है
फुलों का रंगीन है जहाँ,
खुशबू से महकता है यहाँ।
सूरज की किरणों का साथ है,
चाँदनी की रातों में बातें हैं।
बहारें यहाँ मुस्कान से भरी,
धूप-छाँव का संग है यहाँ।
हर कोने में छुपी बातें हैं,
प्रेम की बोलती राहें हैं।
सागर की लहरों में बहार है,
पशुपति नाथ का प्यार है।
मन का मिलन इस मेले में है,
सबका एक दूसरे से प्यार है।
जीवन की हर राह में बहार है,
खुशियों से भरी हर रात है।
फुलों का रंगीन है जहाँ,
खुशबू से महकता है यहाँ।
“चिरपिंगी गाने वाली एक छोटी सी चिड़ीया”
चिरपिंगी गाने वाली एक छोटी सी चिड़ीया,
गूंथी बुँदें अपनी चोटी में लेकर फिर आई।
वह गाना था मधुर, मिठा और सारा,
सभी जगहों में फैला, छोड़ा नहीं कहीं।
चिड़ीया ने कहा, “ओ सुन, मेरे दिल की धड़कन,
यह गाना है मेरे जीवन का संगीत।”
बारिश की बूँदों ने किया उसका साथ,
खुदा का आभास था हर एक हड्डी में उसके दिल का बात।
वह बोली, “हर दर्द, हर खुशी,
सभी कुछ है इस गाने में छुपा।”
छोटी सी चिड़ीया ने फिर उड़ना शुरू किया,
गाने के साथ वह छोड़ी अपनी सारी चिंगारी।
उसका गाना था एक संगीत की कहानी,
जो कहता था, “जीवन में हर पल, हर क्षण,
बना है सुंदर यह संगीत।”
“मुझे तुम देखो” – रवीन्द्र नाथ टैगोर
मुझे तुम देखो, ये जहाँ है,
यहाँ कुछ भी नहीं मैं तो हूँ।
सिर्फ तुम, मेरी आँखों की किरण,
सब कुछ भर देती है मुझे।
तुम्हारी मुस्कान, तुम्हारी हँसी,
ये सारा जहाँ भूला देता हूँ।
जब भी तुम पास होती हो,
हर दर्द और ग़म भूला देता हूँ।
तुम्हारे साथ होकर, मैं जी रहा हूँ,
अब तो यही सच है मेरा।
मुझे तुम देखो, ये जहाँ है,
यहाँ कुछ भी नहीं मैं तो हूँ।
“तेरे बिना जीना सजना”
तेरे बिना जीना सजना,
मेरा दिल धड़कता रहता है।
तेरे साथ होना चाहिए,
हर पल, हर लम्हा।
तेरी मुस्कान से रौंगतें चमकती हैं,
तेरी बातों में मोहब्बत छुपी है।
तू मेरा होना चाहिए,
मेरे सपनों का सहज हिस्सा।
तेरी बातों में छुपा सुख,
तेरे बिना नहीं मिलता कहीं।
तेरे साथ होना चाहिए,
हर पल, हर लम्हा।
तू मेरा सब कुछ है,
तेरे बिना जीना सजना।
Rabindranath Tagore Poems in Hindi
“जीवन की कहानी”
जीवन की कहानी है यह,
रंग-बिरंगे रंग हैं यहाँ।
प्रेम की बातें, दर्द की रातें,
बीते लम्हे हैं सुहाने यहाँ।
चलते रहो, मुसाफिर बनो,
हर कोने में है चमकती बातें।
मुश्किलों की राहों में चमक,
आगे बढ़ो, बनो नयी राहें।
हर पल नया, हर दिन नया,
जीवन की कहानी है यहाँ।
रात की गहराईयों में सितारे,
चमकते हैं रोशनी से यहाँ।
प्रेम और समर्पण का है सफर,
जीवन की कहानी है यहाँ।
“तुम्हारे बिना” – रवीन्द्र नाथ टैगोर
तुम्हारे बिना, जीवन थमा सा है,
सूरज की किरणें बेरहम सा हैं।
बर्फबारी की रातों में,
तुम्हारी मुस्कान चमकी सा है।
हवा में लहराते हैं, तुम्हारे बिना,
प्यार की बातें बड़ी कुछ कही सा हैं।
दर्द की बूंदें, तुम्हारे बिना,
बहुत बड़ी कहानी सा हैं।
चाँद की चाँदनी, तुम्हारे बिना,
रातें बेहद तन्हा सा हैं।
तुम्हारे बिना, जीवन अधूरा सा है,
तुम्हारी ममता, मेरी जीवन की शान सा है।
“प्रेम का आभास”
प्रेम का आभास है सुरमा सा,
चाँदनी की किरण सा प्यारा।
दिल की गहराइयों से छूता है,
सोचो ना, जानो ना, बस एक बारा।
प्रेम का संगीत है स्वरमंजिर,
हृदय को छू जाता है सवारा।
सारे जीवन को रौंगतों में रंगे,
प्रेम का आभास, जीवन को बनाए सुहाना।
प्रेम का आभास है सुरमा सा,
चाँदनी की किरण सा प्यारा।
“आँधी” – रवीन्द्र नाथ टैगोर
आँधी है, तूफ़ान है, हवा की बहुत कहानियाँ हैं,
समुंदरों की लहरों में छुपी कहीं राज़ानियाँ हैं।
बादलों की छाओं में, सूरज की किरण छूपी है,
रात की काली रात में, चाँदनी की चंचल कहानियाँ हैं।
बिजली की चमक से आगे, अंधकार की कहानी है,
सितारों की चमक से सजा, आसमान की कहानी है।
आँधी की गहराईयों में, एक सुकून छुपा है,
हवा की हलचल में, जीवन की कहानी है।
चलते रहो, आँधी में, तूफ़ानों में,
हर कदम पे है, जीवन की कहानी है।
“अपनी खोज में” – रवीन्द्र नाथ टैगोर
अपनी खोज में जब खो जाओ,
जीवन की राह में कोई सहारा नहीं हो।
रास्ता बदलना पड़े, तो ना डरो,
मुश्किलों में भी मिलेगा, एक नया सफर।
छोड़ो नहीं आपने अपने सपनों को,
उन्हें साकार बनाने का इरादा हो।
होंसला रखो, दिल में उम्मीद की किरण,
जीवन की राह में बढ़ते रहो, ना हो थमा।
हर रोज़ नई कहानी लिखो,
अपने इरादों को पूरा करो।
संघर्ष में ही मिलती है मनजिल,
अपनी खोज में खो जाओ, बस यही सहारा है।
“आसमान से गिरा खज़ाना”
आसमान से गिरा खज़ाना,
तारों का सितारा है यहाँ।
बादलों की छाँव में छुपा,
चाँदनी का राज़ है यहाँ।
हवा की मुस्कान में बसी,
प्रेम की कहानी है यहाँ।
दिलों की धड़कन में बही,
सजीव रूप से बसा है यहाँ।
रंग-बिरंगे सपनों का आगाज़,
हर पल नई कहानी है यहाँ।
आसमान से गिरा खज़ाना,
तारों का सितारा है यहाँ।
“पथ-बटानेरी” – रवीन्द्र नाथ टैगोर
पथ-बटानेरी, तुझ पे लगा सा
मोह छबीसाठिया, सखी बानेरी
मोह छबीसाठिया, गोढ़ेरे पैसा
मोह छबीसाठिया, गोढ़ेरे पैसा
प्रीत रानीरे मोह मगन
दुनियारे गुन अपने किये
मोहे गाले लगा बांधे
पथ-बटानेरी, तुझ पे लगा सा
मोह छबीसाठिया, सखी बानेरी
दुनियारे गुन अपने किये
प्रेम में मोह छबीसाठिया
पथ-बटानेरी, तुझ पे लगा सा
मोह छबीसाठिया, सखी बानेरी
आज की ये पोस्ट Rabindranath Tagore Poems in Hindi आपको कैसी लगी ये आप कमेन्ट करके जरूर बताइएगा। हम आगे भी ऐसे ही मजेदार पोस्ट आपके लिए लेकर आते रहेंगे।
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