Professor Kaise Bane: आज के समय मे सरकारी नौकरी की इच्छा सभी को होती है क्योंकि सरकारी नौकरी मिलने पर अच्छी सैलरी के साथ-साथ कई अन्य तरह की सरकारी सुविधा भी लोगों को मिलती है। इसलिए ज्यादातर छात्र सरकारी नौकरी के पीछे भागते हैं। वैसे तो सभी सरकारी नौकरी में मान सम्मान और पैसा है लेकिन प्रोफेसर एक ऐसा पद है जिसकी चाह अधिकतर छात्र की होती है।
प्रोफेसर बनने के लिए स्टूडेंट को किसी भी मास्टर डिग्री करने के बाद नेट एग्जाम देना होता है। यह एक राष्ट्रीय स्तर का प्रवेश परीक्षा होता है। हालांकि नेट एग्जाम को क्वालीफाई करने के बाद आप असिस्टेंट प्रोफेसर बन सकते हैं। आज के इस पोस्ट मे Professor Kaise Bane से जुड़ी सारी जानकारी आपको मिलेगी।
प्रोफेसर कौन होता है?(Who is Professor)
प्रोफेसर किसी कॉलेज और विश्वविद्यालय के अध्यापक को कहा जाता है। यह एक बहुत ही प्रतिष्ठित पद होता है। एक प्रोफेसर ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन के बच्चों को पढ़ाता हैं। इनका सेलेक्शन यूजीसी नेट या सीएसआईआर नेट क्वालीफाई और पीएचडी करने के बाद होता है।
शैक्षणिक योग्यता (Educational Qualification)
- प्रोफेसर बनने के लिए किसी भी स्ट्रीम से 12th पास होना चाहिए
- किसी भी स्ट्रीम मे ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए
- किसी सिलेक्टेड सब्जेक्ट से पोस्ट ग्रेजुएट में कम से कम 55% मार्क्स के होना जरूरी है।
- इन सभी डिग्रियों के बाद आपको यूजीसी नेट का पेपर क्वालीफाई करना होगा
- नेट क्वालीफाई करने के बाद आप M. Phil या PhD करके प्रोफेसर बन सकते हैं
- किसी भी यूनिवर्सिटी या कॉलेज में प्रोफेसर बनने के लिए आपको पहले असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्य करना होता है उसके बाद ही आप प्रोफेसर बन सकते हैं।
प्रोफेसर बनने का प्रोसेस क्या है?
12th के बाद ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन और फिर NET पास करने के बाद या पीएचडी करने के बाद आप किसी भी कॉलेज और विश्वविद्यालय का फॉर्म भरकर असिस्टेंट प्रोफेसर बन सकते हैं। इसकी जानकारी कॉलेज और विश्वविद्यालय के ऑफिसियल वेबसाइट से मिलती है। अगर आप प्रोफेसर बनना चाहते हैं और आपके पास ऊपर बताए गए सभी डिग्री है तो आप ऑफिशल वेबसाइट चेक करते रहिए। जिससे आपको आसानी से अपडेट मिलती रहेगी और आप असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
ऐसा बिल्कुल भी नहीं है की एक बार आप Phd या MPhil कर लेते हैं तो आपको प्रोफेसर बना दिया जाएगा। प्रोफेसर बनने के लिए आपको पहले अनुभव एकत्रित करना होगा और सब ऑर्डिनेट पद पर कार्य करना होता है।
पेपर कौन-कौन से देने होते हैं?
प्रोफेसर बनने के लिए आपको पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री के बाद यूजीसी नेट का पेपर क्वालीफाई करना होता है। इस पेपर में पास होने के बाद आप PhD करके आसानी से असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए अप्लाई कर सकते हैं। वैसे आपको बताते हैं कि पीएचडी करने के बाद आपको कॉलेज और विश्वविद्यालय का भी पेपर देना होता है। जिसको पास करने के बाद ही आप असिस्टेंट प्रोफेसर बन सकते हैं।
फॉर्म कब निकलता है?(When to apply)
प्रोफेसर बनने के लिए यूजीसी नेट का पेपर देना होता है। इसका फॉर्म अप्रैल और नवंबर के शुरुआत में आता है। वहीं पीएचडी के बाद कॉलेज और विश्वविद्यालय का अलग-अलग फॉर्म आता है इसका कोई समय निर्धारित नहीं है। अगर आप प्रोफेसर बनना चाहते हैं तो अलग-अलग कॉलेज और विश्वविद्यालयों की आधिकारिक वेबसाइट चेक करते रहिए। क्योंकि समय समय पर कॉलेज और विश्वविद्यालय वैकेंसी निकालती हैं।
इसके अलावा आप यूपीएससी प्रोफेसर का भी फॉर्म भर सकते हैं। इसका फॉर्म फरवरी या मार्च में आता है। अगर आप इस तरीके से प्रोफेसर बनना चाहते हैं तो आपको यूपीएससी की वेबसाइट चेक करते रहना होगा जिससे आपको इसकी जानकारी मिलती रहे।
आवेदन शुल्क (Application Fees)
जैसा कि हमने ऊपर बताया कि प्रोफेसर बनने के लिए आपको NET का पेपर देना होता है और फिर पीएचडी करने के बाद कॉलेज और प्रोफेसर के पद का फॉर्म भरना होता है। आपको बता दें कि NET का आवेदन शुल्क जनरल कैटेगरी के लिए ₹1100 होता हैं वही OBC और EWS का 550 और SC-ST का 275 रुपए होता हैं।
वहीं PhD के बाद कॉलेज का फॉर्म अलग-अलग आता है। जिसके लिए आवेदन शुल्क भी अलग-अलग होता है। अगर आप PhD के बाद कॉलेज और विश्वविद्यालय का फॉर्म भरना चाह रहे हैं तो उसकी वेबसाइट को चेक करते रहिए। जिससे आपको यह पता चलेगा की फॉर्म कब आयेगा और उसका आवेदन शुल्क कितना होगा।
एग्जाम पैटर्न (Exam Pattern)
अगर UGC-NET एग्जाम की बात करें तो इसमे दो पेपर होता है। दोनों में तीन-तीन घंटे का समय दिया जाता है। पहले पेपर में 50 सवाल पूछे जाते हैं और उसके कुल 100 अंक होते हैं। दूसरे पेपर में 100 सवाल पूछे जाते हैं जिसका कुल अंक 200 होता है।
वहीं PhD के बाद कॉलेज और विश्वविद्यालय के फॉर्म भरने के बाद भी पेपर देना होता है। कॉलेज और विश्वविद्यालय अपने हिसाब से पेपर बनाते हैं। कई कॉलेज लिखित परीक्षा लेते हैं और फिर इंटरव्यू लेते हैं। लिखित परीक्षा में अभ्यर्थी के विषय से सवाल आते हैं और साथ ही करंट अफेयर्स, रीजनिंग और जनरल एप्टीट्यूड से सवाल पूछे जाते हैं। इन दोनों के अलावा कोई एक लैंग्वेज से सवाल पूछे जाते हैं। कुछ ऐसे कॉलेज ऐसे हैं जहां पर NET या JRF क्वालीफाई करने वाले कैंडिडेट को सीधे इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है
सिलेबस (Syllabus)
NET JRF क्वालीफाई करने के बाद प्रोफेसर बनने के लिए PhD करना होता है। उसके बाद यूपीएससी प्रोफेसर का फॉर्म भरना होता हैं। अलग अलग कॉलेज के अलग-अलग फॉर्म आते है जिसको डालकर इस पद के लिए आवेदन किया जा सकता हैं।
अगर सिलेबस की बात करें तो इसमें आपको अपने विषय की तैयारी अच्छे से होनी चाहिए। इसके साथ-साथ जनरल नॉलेज, रीजनिंग और इंग्लिश से सवाल पूछे जाते हैं। आपको इन सभी विषयों पर अच्छे से पकड़ बनाना होगा तभी आप कॉलेज और विश्वविद्यालय में प्रोफेसर बन सकते हैं।
प्रोफेसर की सैलरी कितनी होती है?
प्रोफेसर बनने के लिए आपको कड़ी मेहनत करनी पड़ती है तो जाहिर सी बात है कि इसमें सैलरी भी अच्छी खासी होनी चाहिए। कॉलेज में प्रोफेसर बनने से पहले असिस्टेंट प्रोफेसर बनते हैं और फिर प्रोफेसर इसलिए असिस्टेंट प्रोफेसर की सैलरी 35000 से लेकर 65000 तक होती है और प्रोफेसर की सैलरी 1 लाख से 1 लाख 80 हजार रुपए तक होती है।
प्रोफेसर की तैयारी कैसे करें (Preparation tips)
- प्रोफेसर बनने के लिए सबसे पहले अभ्यर्थी को अपने विषय पर अच्छे से पकड़ होनी चाहिए और उसके लिए अभ्यर्थी को अपने चुनिंदे विषय को ज्यादा समय देना होगा।
- इसके साथ साथ अन्य विषयों पर भी ध्यान दें।
- रोजाना अखबार अच्छे से पढ़ें जिससे आपका समान्य ज्ञान मजबूत रहे
- इन सबके लिए आपको एक टाइम टेबल बनाना होगा और उसको फॉलो करके आप अच्छे तरीके से परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं।
- मन उदास हो या मन पढ़ाई में ना लगे तो अपनी पसंद का गाना सुनिए या दिमाग को तारो ताजा करने के लिए बाहर घूमने जाइए लेकिन वहां से आकर पढ़ने पर ध्यान दीजिये।
दोस्तो, हम उम्मीद करते है की आज के इस पोस्ट Professor Kaise Bane से आपको प्रोफेसर बनने से जुड़ी सारी जानकारी मिल गयी होंगी। आपको ये पोस्ट कैसा लगा हमें कॉमेंट
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