नमस्कार दोस्तो, हमेशा की तरह आज फ़िर से हाजिर है एक नए पोस्ट के साथ जिसका टाइटल शेर शायरी (sher shayari) हैं। हम उम्मीद करते है की ये पोस्ट आपको पसंद आयेगा और आप इसे अपने दोस्तो के साथ जरूर शेयर करेंगे।
लबों तक आकर भी जुबां पर न आए,
मोहब्बत में सब्र का वो मुकाम हो तुम।
वक्त कभी ना कभी उनके पास भी ले जाएगा,
जिनके साथ हम चाय पीने की ख्वाइश लिए बैठें है।
मुझसे जिस चिराग से प्यार था ,
मेरा सब कुछ उसी ने जला दिया।
खास थे तभी तुमसे लड़ते थे,
गैरों की तरफ तो हम नजर उठाकर भी नहीं देखते हैं।
बड़ी देर कर दी, उसने मेरा दिल तोड़ने में,
ना जाने कितने शायर मुझसे आगे निकल गये।
हम ने चलना छोड़ दिया अब उन राहों में,
टूटे वादों के टुकड़े चुभते है अब पांवो में।
फिर यह हुआ कि सब्र कि ऊँगली पकड़ कर हम,
इतना चले कि रास्ते भी हैरान रह गये।
खामोश क्यु हो सबलोग दर्द किसी
के पास नही है क्या
Sher Shayari Image
न जाने कितने चराग़ों को मिल गई शोहरत,
इक आफ़्ताब के बे-वक़्त डूब जाने से।
ग़लत-फ़हमियों में जवानी गुज़ारी,
कभी वो न समझे कभी हम न समझे।
हिम्मत तो इतनी थी कि समुद्र भी पार कर सकते थे,
मजबूर इतना हुए कि दो बुंद आंसूओं ने डुबा दिया।
शहर बसाकर अब सुकून के लिए गाँव ढूँढते हैं,
बड़े अजीब हैं हम लोग हाथ में कुल्हाड़ी लिए छाँव ढूँढते हैं।
अभी-अभी एक टूटा तारा देखा बिलकुल मेरे जैसा था,
चाँद को कोई फर्क नहीं पड़ा बिलकुल तेरे जैसा था।
कुछ शामें कुछ रातें शून्य शांत सी होती हैं,
जिनमें कोई याद नहीं होती बस एक खालीपन होता है मन का।
मेरे अल्फ़ाजों में ढूंढोगे तुम वजूद अपना,
तुमने मुझे ही नहीं खुद को भी गँवाया है।
ये कैसा प्यार है तुम्हारा जो सिर्फ मेरे लिए ही इतना सख्त है,
मुझे छोड़ के बाकी सब के लिए वक्त है।
Romantic Sher Shayari
मेरा गुस्सा दिखता है मेरा शक दिखाता है,
मेरी लड़ाई दिखती है काश तुम्हे मेरा प्यार भी दिखता।
सूखे पत्ते की तरह थे हम
किसी ने समेटा भी तो सिर्फ जलाने के लिए।
तकलीफ तो मुझे भी होती है मगर ये बात हौंसला देती है कि,
जब तुम रह सकते हो मेरे बगैर तो मैं क्यूँ नहीं।
उफ़्फ़ मोहब्बत होने ही वाली ही थी,
और उसने ब्लॉक कर दिया।
प्यार आना तो दूर की बात है,
उसे तरस भी नहीं आता है मुझ पर।
बत्तमिज होने का एक फायदा तो है,
फालतू लोग दोबारा मुंह नहीं लगते।
किसी के पास पेचकस मिलेगा क्या,
मुझे आज दिल खोलकर बात करनी है किसी से।
दिल तोड़ने वाला का कुछ नही जाता,
लेकिन जिसका दिल टूटता है ना उसका सब कुछ चला जाता है।
Sher Shayari Photo
मुझे उतने लोग जानते भी नहीं जितने तेरे दीवाने हैं,
तुम परी हो मॉर्डन युग की मेरे ख्यालात अभी पुराने हैं।
उतर रहे हैं नए ख़्वाब मुंडेरों पे मगर,
ठहर गया है,गया वक़्त मेरे कमरे में।
इतना भी क्या सस्ता होना ए-दर्द,
जिसे कुछ नहीं मिलता उसे तू मिलता है।
बुरी कैसे बन गई यारो,
दर्द लिखती हुँ किसी को देती तो नही।
फिर नहीं बसते वो दिल जो एक बार टूट जाते हैं,
कब्र कितनी ही संवारो कोई ज़िंदा नहीं होता।
इस दौर में इंसान का चेहरा नहीं मिलता,
कब से मैं नक़ाबों की तहें खोल रहा हूँ।
सिमट गया मेरा प्यार चन्द लफ़्हज़ों में,
उसने कहा प्यार तो है पर तुमसे नहीं किसी और से।
ओढ़ कर पल्लू निकले है वो धुप मे,
आज पेहली दफा चांद को जलते देखा है धुप मे।
Sher Shayari Hindi Me
ख्वाइश यह नहीं की तारीफ सब कोई करें,
बस कोशिश यही है कोई गलत ना करें।
खुद को गलत ठहरा कर कहानी से निकल गए हम।
यूं पंक्तियों में न ढूंढो खुद को,
मेरा हर शब्द तुमसे ही तो है।
तुम्हारी राह में मिट्टी के घर नहीं आते,
इसलिए तो तुम्हें हम नजर नहीं आते।
अपनी रूह का लिबास भी, तुझे दे दूं,
बस तू मुझमें रहने का फैसला तो कर।
सारी उम्र तो किसी ने जीने की वजह तक नहीं पूछी,
लेकिन मौत वाले दिन सब ने पूछा कि कैसे मरा।
जब भी वो उदास हों तो मेरा जिक्र कर देना,
उसे आदत है मेरी हालत पर मुस्कराने की।
लिख कर कितनी बयां करेंगे हम दास्तां हमारी,
जो इस दिल ने सहा है वो दिल ही जानता है।
Sher o Shayari on Zindagi
कभी रास्ते में चलते हुए ये सोचा है,
के काश मुझे एक लाख रुपिया गिरे हुए मिल जाए।
मेरी तस्वीर बना कर लाए हो मुर्शिद,
यानी अब मैं दीवार पर लगने वाला हूँ।
कांटों को कभी फुलों से नफ़रत नहीं होती,
गर होती तो वो फीर फूलोंको खिलनेही न देते।
खुद के रोने की सिसकियाँ अब सुनाई नहीं देती,
हमनें आँसुओं को भी डांट कर समझा रखा है।
कौन पढ़ता है यूँ बेवजह ही इन शायरियों को भी,
कोई इनमें अपना दर्द, तो कोई मोहब्बत देखता है।
फुरसत मिले तो चले आओ ना मेरे पास,
देखो रंग में रंगने का दिन भी नजदीक आ रहा है।
तुम सब शेरो शायरी ही करते रहना,
उधर अंकल नई फॉरचुनर ले आये।
तोहमतें हम पर आती रही एक से एक,
मगर ख़ूबसूरत जो इलज़ाम था वह तेरा नाम था।
Sad Sher Shayari
सुनो जहा अल्फाज़ो की कोई कीमत नही,
वहा खामोशी हि बेहतर है।
आसान नहीं है ज़िंदगी को रफ़ू करना,
बहुत मुश्किल हैं शुरू से, शुरू करना।
चाहा है जिसे टूटकर अब मन करता है,
आ जाऊँ उसे कुटकर बात ही नहीं करता कुत्ता कमीना।
सुनो सारी जिंदगी इत्र लगा कर मर गये लोग
फिर भी राख से सुगंध ना आई।
सुनो मिलेंगे फिर कही ना कही कभी ना कभी
जरा दूर सही जरा देर से सही।
तुमने समझा ही नही और ना समझना चाहा,
हम चाहते ही क्या थे तुमसे तुम्हारे सिवा।
उनका जब मन होता है जब वो अपनी मर्जी से कॉल करते हैं,
और एक हम इतने पागल हैं जो सारा दिन उनकी मर्जी का इंतजार करते हैं।
तेरे दीदार की खातिर आते है तेरे गलियों में,
वरना आवारगी के लिए तो पूरा शहर पड़ा है।
Sher Shayari Love
इस इश्क़ ने भी ना जाने कैसी तबाही मचा रखी है,
आधी दुनिया पागल और आधी शायर बना रखी है।
जब गर्लफ्रेंड हद्द से ज्यादा बदतमीजी पर उतर आए तो,
समझ जाऊ वो मानसिक रूप से आपको अपना पति मान चुकी है।
तड़पोगे तुम भी हर दिन ये सोच कर था कोई जिद्दी चाहने वाला
कहा चला गया अब वोअपनी जिद छोड़कर।
ये मंजिलों के कभी ना ख़त्म होने वाले रास्तों में
चलने में जो सुकून है कहीं मुझे बेवफ़ा ना कर दे।
आधा ख्वाब आधा इश्क आधी सी है बंदगी
मेरे हो पर मेरे नही कैसी है ये जिंदगी।
खुदा सलामत रखे उनकी आँखो की रौशनी ,
जिनकी नज़रों को हम चुभते बहुत है।
सुनो फलानी तुम्हारा दिल नही करता,
कि तुम्हारी छोटी बहन मेरा जूता छिपाने की रस्म अदा करे।
सोचने दो जिसने जो सोचना है,
अगर आपका दिल साफ है तो नाज करो खुद पर।
Sher Shayari in Hindi
कुछ गैर ऐसे मिले जो मुझे अपना बना गए,
कुछ अपने ऐसे मिले जो गैर का मतलब बता गए।
यूं भला कब तक इम्तेहान लोगे तुम,
हम जान कहते हैं तुम्हेतो क्या जान लोगे तुम।
फासलों में भी तुम्हे अपनी रूह मैं उतार लेंगे,
तुम मुझे महसूस तो करो तुम्हारे रंग मैं उतर जायेंगे।
तुम क्या गए शहर सूना कर गए,
दर्द का आकार दूना कर गए।
बे पनहा बे कदर बे हद बे बस हो कर
हम ने तुम्हें इतना चाहा के इंतहा करदी।
कौन कहता है अभी भी कमसिन नहीं हो तुम।
पर्दे में नाक पोछने का हुनर तो अभी भी है।
मेरी फ्यूचर गर्लफ्रेंड तुम जहाँ भी हो जल्दी सो जाना
ज्यादा ऑनलाइन रहने से आँखें खराब हो जाती है।
पिछले बरस मैं एक ऐसी चुड़ैल की जद में था,
जो वहाँ से भी नोचती थी जहाँ मांस नही होता था।
Hindi Sher Shayari
इस मोहब्बत को कैसे बेवफा कह दू वो बेवफा नही थे
कमबख्त हम ही करीब थे जो उसे पा ना सके।
मुझे नहीं बनना किसी का शहजादा अब,
मैं अपनी मम्मी की कामचोर बेटा ही ठीक हूं।
सुनो क्या फ़ायदा ऐसे ऑनलाइन लूडो खेलने का
जब हारते वक़्त गोटियां बिखेर कर खेल ही न बिगाड़ सकें।
किसी एक की चाहत बनो हर किसी की तमन्ना नही
जो आनंद उस एक के प्रेम में है वो नशा हजारों के प्रेम में नही।
कोई अच्छा इलाज बता दे सनम,
तेरे ख्यालो की बीमारी हो गई है।
कुछ ज़ख्म अंदर तक यूं तोड़ जाते हैं,
भर तो जाते हैं पर निशाँ छोड़ जाते हैं।
अब झूठे इल्जामों की फिक्र ना करो तुम,
इस वक्त का ग्रहण तो चाँद ने भी झेला है।
जब गलती का अह्सास हो जाए तो माफी मांग लिया करो,
हर बार ज़िन्दगी शबे बरात तक पहुंचने का मौका नही देती।
Sher aur Shayari
मेरा दर्द तुम क्या जानो ज़ालिम,
जब भी थोड़ी गोरा होने लगता हूं गर्मी आ जाती है।
सारे फरिश्ते मुझे ही मिले है ज़िंदगी में
कोई गलती करता ही नहीं मेरे सिवा।
आईना क्यूँ ना दूँ कि तमाशा कहे जिसे,
ऐसा कहाँ से लाऊँ कि तुझ सा कहें जिसे।
सुनो उम्र गुजर जाती है तराज़ू की तरह
कभी फर्ज़ भारी तो कभी ख्वाइशे।
सुनो मोहब्बत के सिवा और भी गम है जमाने में
होली खेलने के बाद 5 दिन लग जाते हैं रंग छुड़ाने में।
अभी दिल नहीं भरा उसका अभी कुछ झूठ बाकी है,
कल वाली शराब लेकर आओ उसमें दो घूंट बाकी है।
अगर ताउम्र जिंदा रहने के ख्वाब है तेरे,
तो किसी शायर से इश्क़ कर लेना।
आँसूओं के प्रतिबिंब गिरे जहां ऐसे दर्पण अब कहाँ,
बिना कहे सब कुछ समझे, वैसा समर्पण अब कहाँ।
Sher Shayari Hindi
बस एक कोरा कागज़ थी अपनी वसीयत,
तुम पर भी रँग रक़ीब ने अपने लगा दिए।
मैं सबे बारात की रात में भी मांगा तुझे,
जिस रात लोग मगफिरत की दुआ मांगते हैं।
बड़ी अजीब है इस नादाँ दिल की ख्वाहिश,
अमल दोज़ख वाले है और ख़्वाहिश जन्नत की।
उसने हँसते हुए तोड़ा था हमारा रिश्ता,
हम सभी को ये बताते हुए रो देते हैं।
महंगे कपड़ों में हजारों लड़कियों निकलीं मेरे सामने,
मगर वो पागल स्कूल के कपड़ों में मेरा दिल चूरा ले गई।
हम उसे याद करते है प्यार के लिए,
वो हमे याद करते है मोबाइल रिचार्ज के लिए।
अकेले बैठ कर रोने का अपना ही मजा है,
इश़्क का दर्द भी इश़्क के बराबर ही लगता है।
कुछ लोगों खोंने को प्यार कहते हैं तो कुछ पाने को प्यार कहते हैं,
पर हकीकत तो ये है हम तो बस निभाने को प्यार कहते हैं।
रिश्तों की क़दर करनी है तो वक्त रहते कर लीजिए,
बाद में सूखे पेड़ को पानी देकर हरियाली की उम्मीद करना बेकार है।
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