Actor Kaise Bane: फिल्म इंडस्ट्री का ग्लैमर और अट्रैक्शन इतना स्ट्रांग होता है कि सबको अपनी तरफ खींच ही लेता है। लेकिन यहां पर वही टिकता है जिसमें दम होता है। अगर आप मे टैलेंट है तो आप फिल्म इंडस्ट्री में अपनी चमक बिखेर सकते हैं। यूं तो फिल्म इंडस्ट्री एक बहुत बड़ी इंडस्ट्री है जिसमें ढेरो करियर ऑप्शंस मौजूद है।
लेकिन क्योंकि यह टॉपिक अपने आप में बहुत बड़ा है, इसीलिए एक ही पोस्ट में सारी डिटेल्स संभव नहीं है। लेकिन फिर भी हम इस पोस्ट में आपको फिल्म इंडस्ट्री में करियर बनाने से जुड़ी सारी जानकारी देने की पूरी कोशिश करेंगे और आज के पोस्ट में हम फिल्म इंडस्ट्री के 5 महत्वपूर्ण कैरियर के बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं।
1. एक्टर (Actor Kaise Bane)
सबसे पहले फिल्म इंडस्ट्री में एक्टर की करियर की बात कर लेते हैं, जिसके लिए युवा पागल रहता है। एक्टर बनने के लिए केवल लुक मैटर नहीं करता हैं। बल्कि यहां भी आपका स्किल्ड होना बहुत जरूरी है। इसके लिए आप एक कंपलीट परफॉर्मर होने चाहिए। इस फील्ड में कंपटीशन भी इतना बढ़ गया है कि आपको मल्टी टैलेंटेड होना होगा। आपको एक्टिंग तो आनी ही चाहिए साथ में आप डांस में भी बेहतर होने चाहिए। आप जब स्टेज पर हो तो एक कंपलीट परफॉर्मर और एंटरटेनर की तरह नजर आए। एक्टर बनने के लिए आप सबसे पहले अपनी एक्टिंग स्किल्स को बेहतर बनाएं।
अगर आप एक्टिंग के कोर्स कर लेंगे यानी फॉर्मल ट्रेनिंग ले लेंगे तो आपकी स्किल्स और पर्सनालिटी दोनों इंप्रेसिव बन जाएगी और आपके पोर्टफोलियो में भी एक स्ट्रांग पॉइंट जुड़ जाएगा। आपको रियलिटी शो के जरिए खुद के टैलेंट को सामने लाना होगा। आप मॉडलिंग से भी शुरुआत कर सकते हैं ताकि आपको एड्स और एलबम में जगह मिलने लगे। आपको अपना नेटवर्क स्ट्रांग बनाना होगा। क्योंकि नेटवर्क के जरिए ही आप फिल्म इंडस्ट्री में सही जगह पर अप्रोच कर पाएंगे।
इसके अलावा आपको अपने लुक्स और पर्सनालिटी पर भी काम करना होगा। लगातार खुद में सुधार करके और ऑडिशन देकर आपको फिल्म इंडस्ट्री में पहुंचने का चांस मिल सकता है। जो बहुत छोटा भी हो सकता है और बहुत बड़ा भी। यह काफी हद तक आपकी परफॉर्मेंस और आपके नेटवर्क पर डिपेंड करेगा।
इसीलिए इस फील्ड में तभी उतरे जब आप पैशनेट हो और जानते हो कि आप मे एक सुपरस्टार का टैलेंट है। एक लीड एक्टर को मूवी के लिए 5 लाख भी मिल सकते हैं और 50 लाख से 1 करोड़ भी। लेकिन शुरुआत में इनकम काफी कम हो सकती है। यह सब एक्टर के रोल, प्रोडक्शन हाउस और पापुलैरिटी पर डिपेंड करता है।
एक्टिंग एक क्रिएटिव प्रोफेशन है, जहां पर आपको बहुत सारे किरदार निभाने होते हैं। कभी कुछ रोल आपकी पर्सनेलिटी के अपोजिट भी होते हैं। उस रोल में आपको डूब जाना होता है, और उसी समय जब आप उस रोल को प्ले कर चुके होते हैं तो उस रोल से निकलना भी काफी ज्यादा मुश्किल होता है। क्योंकि जब एक रोल को आप जी लेते हैं, तब उस कैरेक्टर से बाहर निकलने में भी काफी मेहनत करनी पड़ती है।
2. स्क्रीन राइटर
हर फिल्म एक स्क्रिप्ट पर टिकी होती है और उस फिल्म के ब्लॉकबस्टर होने या फ्लॉप होने में उस फिल्म की स्क्रिप्ट का काफी बड़ा हाथ होता है। ऐसे में स्क्रीन राइटर या स्क्रिप्ट राइटर का रोल एक फिल्म में काफी ज्यादा महत्वपूर्ण होता है। जिसे एक्टर बनने के लिए कोई क्राइटेरिया नहीं होता है। वैसे ही स्क्रिप्ट राइटर बनने के लिए भी कोई क्राइटेरिया नहीं है। यह एक क्रिएटिव फील्ड है जिसमें आपके काम से ही आपके टैलेंट का पता चलता है।
यह भी सच है कि अनुभव मैटर करता है और अगर आप सीखते हैं कहीं से तो उसका फाइदा आपको जरूर मिलता है। फिर भी अगर आप स्क्रिप्ट राइटिंग में कोर्स करेंगे तो आपकी स्किल बढ़ेगी और यह आपका एक प्लस पॉइंट भी बन जाएगा। इसलिए अगर आप अच्छी कहानी लिखते हैं तो सीधे बॉलीवुड पहुंच जाने की बजाय फॉर्मल ट्रेनिंग ले लीजिए और फिर छोटे लेवल पर अपने टैलेंट को आजमा कर देखिये। अपनी कॉलेज और थिएटर के ड्रामा शो के स्क्रिप्ट लिखिए, शॉर्ट फिल्म की कहानी लिखिए और उनका रिस्पांस देखिए।
इस दौरान स्ट्रांग नेटवर्क बनाइए और प्रोडक्शन हाउसों को अपने स्क्रिप्ट भेजिए। अगर आप नोटिस में आते हैं तो आगे बढ़िए । इस क्रिएटिव फील्ड में कोई फिक्स सैलरी नहीं होती है लेकिन फिर भी आपके आइडिया के लिए बता दे की एक स्क्रिप्ट राइटर को लगभग 5 लाख सालाना सैलरी मिलती है। जिसमें कम से कम 2 लाख सालाना और अधिकतम 10 लाख सालाना तक हो सकती है।
3. सिनेमैटोग्राफर
सिनेमैटोग्राफर को फोटोग्राफी का डायरेक्टर भी कहा जाता है। एक शॉर्ट वीडियो, मूवी या फिल्म को शूट करना उनकी ही ज़िम्मेदारी होती है। स्क्रीन पर एक्टर्स और लाइट्स कैसे दिखाई देंगे यह सब सिनेमैटोग्राफर ही निश्चित करता है। इस करियर को बनाने के लिए अपने टीम मैनेजमेंट और कम्युनिकेशन स्किल्स तो होनी ही चाहिए। साथ ही साथ आर्टिस्टिक और टेक्निकल जानकारी का होना बहुत जरूरी है।
इसके लिए आप सिनेमैटोग्राफी में यूजी और पीजी कोर्सेज भी कर सकते हैं। आप इसमें सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्से भी कर सकते हैं। इसके बाद आपको इस फील्ड में काम का अनुभव लेना होगा। तभी आपको इस फील्ड की असली जानकारी मिलेगी। इस दौरान आप अपना स्ट्रांग नेटवर्क बना सकते हैं और अपने टैलेंट से अपने लिए नए संभावनाएँ ढूंढ सकते हैं। एक सिनेमैटोग्राफर को लगभग 3.6 लाख सालाना सैलरी मिलती है।
4. कास्टिंग डायरेक्टर
ऑडिशंस लेना, पोर्टफोलियो चेक करना और हजारों ऑप्शंस में से रोल के लिए परफेक्ट इंसान को सेलेक्ट करना कास्टिंग डायरेक्टर का काम होता है। एक कास्टिंग डायरेक्टर बनने के लिए आपको एक्टिंग, डायरेक्शन और बिजनेस मैनेजमेंट की जानकारी होनी चाहिए। जो आप कोर्सेज के जरिए ले सकते हैं। इसके बाद आप कास्टिंग डायरेक्टर के इंटर्न के रूप में भी काम करके आप अनुभव ले सकते हैं और जब आपकी परफॉर्मेंस अच्छी हो जाए तो कास्टिंग असिस्टेंट और फिर कास्टिंग एसोसिएट रोल के लिए अप्लाई कर सकते हैं। जिसके बाद आपका अनुभव आपको कास्टिंग डायरेक्टर भी बन सकता है। कास्टिंग डायरेक्टर को अनुभव और फिल्म के बजट के अनुसार लगभग 5.5 लाख सालाना सैलरी मिल सकती है।
5. असिस्टेंट डायरेक्टर
डायरेक्टर बनने का सफर असिस्टेंट डायरेक्टर बन करके ही आगे बढ़ती है। असिस्टेंट डायरेक्टर वह होता है जो फिल्म पूरा करने के लिए जिम्मेदार होता है। एक्ट्रेस कॉल शीट्स मेंटेन करना, प्रोडक्शन टीम के साथ मीटिंग होस्ट करना और फिल्म के शूट को पूरा करवाने जैसे जरूरी काम असिस्टेंट डायरेक्टर ही पूरा करते हैं।
असिस्टेंट डायरेक्टर बनने के लिए आपको फिल्म के सेट की अलग अलग डिपार्टमेंट्स की बेसिक जानकारी होनी चाहिए और इसके लिए आपको किसी फिल्म स्कूल से ट्रेनिंग लेकर इस क्षेत्र में अनुभव भी लेना होगा। एक असिस्टेंट डायरेक्टर को लगभग 6 लाख सालाना सैलरी मिल सकती है। अगर फॉर्मल ट्रेनिंग यानी कोर्स की बात करें तो फिल्म मेकिंग से जुड़ा कोई भी कोर्स करने के लिए योग्यता 12th है।
जबकि कुछ कोर्से के लिए आपका ग्रेजुएट होना भी जरूरी होगा। सर्टिफिकेट, डिप्लोमा और ग्रेजुएट फिल्म कोर्से में अप्लाई करने के लिए आपका 12th पास होना बहुत जरूरी होता है। जबकि ज्यादातर पीजी कोर्स में एडमिशन के लिए आपका इस फील्ड में ग्रेजुएट होना जरूरी होता है। ज्यादातर कोर्स में उस इंस्टिट्यूट के एंट्रेंस टेस्ट और इंटरव्यू के बेस पर सिलेक्शन होता है।
फिल्म मेकिंग कॉलेज
अब आपको कुछ फिल्म मेकिंग कॉलेज के नाम भी बता देते हैं। जहां से आप सूटेबल कोर्स कर सकते हैं और यहां आपको अलग-अलग समय और फीस वाले बहुत सारे कोर्स मिल जायेंगे।
- फिल्म एंड टेलिविजन इंस्टीट्यूट आफ इंडिया, पुणे
- विसलिंग वुड्स इंटरनेशनल, मुंबई
- सत्यजीत रे फिल्म एंड टेलिविजन इंस्टीट्यूट, कोलकाता
- नेशनल इंस्टीट्यूट आफ डिजाइन, अहमदाबाद
- एशियन अकैडमी आफ फिल्म एंड टेलीविजन, नोएडा
- सेंटर फॉर रिसर्च इन आर्ट का फिल्म एंड टेलीविजन, दिल्ली
- के नारायण नेशनल इंस्टीट्यूट आफ विजुअल साइंस एंड आर्ट्स, केरल
दोस्तों, फिल्म इंडस्ट्री में काम करने के लिए आपका पैशन, आपका इंटरेस्ट से रिलेटेड कोर्स या फॉर्मल ट्रेनिंग, इंटर्नशिप, नेटवर्क ऑडिशंस के लिए ओपन माइंडसेट और लगातार कोशिश करते रहना होगा। यह सारी चीज आपको फिल्म इंडस्ट्री में अपना करियर बनाने का मौका दे सकती है। इसलिए सही गाइडेंस के साथ कोशिश कीजिए।
हम उम्मीद करते है कि इस पोस्ट Actor Kaise Bane मे आपको बहुत सारे सवालों के जवाब आपको मिल गए होंगे। अगर फिर भी आपके कुछ सवाल है तो आप हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताइएगा।
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