नमस्कार दोस्तो, हमेशा की तरह आज फिर से हाजिर है एक नए पोस्ट के साथ जिसका टाइटल धोखेबाज शायरी ( Dhokebaaz Shayari in hindi) हैं। हम उम्मीद करते है की ये पोस्ट आपको पसंद आयेगी और आप इसे अपने दोस्तो के साथ जरूर शेयर करेंगे।
ये इश्क भी क्या चीज़ है एक वो है जो,
धोखा दिए जाते हैं और एक हम है मौका दिए जाते हैं।

मोहब्बत भी इतनी शीद्दत से करो कि,
वो धोखा दे कर भी सोचे के वापस जाऊ तो किस मुंह से जाऊ।
धोखा बहुत मिल गया है,
अब मुझे मौके की तलाश है।
दिल करता हैं धोखे से जहर दे दूँ,
सभी ख्वाहिशो को दावत पर बुलाकर।
उम्मीदों के सहारे जी कर खुदको धोखा देता हूँ,
कोई माँगे अग़र नफरत भी तो मोहब्बत बेशुमार देता हूँ।
ज़िंदगी में जितने धोखे मिलते हैं,
उतने मौके कभी नहीं मिलते।
सब धोखा खाये हुये लोग हैं,
फिर धोखा देने वाले कहा है।
धोखा देती है मासूम चेहरों की चमक अक्सर
हर कांच के टुकड़े को हीरा नहीं समझते
उनके प्यार में अधूरे रह गए हम कैसे बताए हम सबको कि,
प्यार में धोखा खा गए हम तु निकला छुपा रुस्तम।
Hindi Dhokebaaz Shayari
कोई जान भी ले ले हराकर मुझको तो मंज़ूर है,
धोखा देने वालों को मैं दूसरा मौका नहीं देती।

दोस्ती में दोस्त धोखा दे जाते हैं,
अक्सर मतलब निकाल कर भूल जाते हैं।
धोखा देने वालो की कद्र करें,
ये भी उस्ताद का दर्जा रखते है।
खुद के अलावा किसी और से आस नही,
धोखा खा चुकी हूं बहुत अब किसी पे विश्वास नहीं।
धोखा दे गया मुझे मेरा पसंदीदा शख्श,
जो लोग मेरे ना थे मुझे वही अच्छे लगे।
धोखा देने के हजार तरीके हो मगर सबसे घटिया,
मोहब्बत और हमदर्दी का दिखावा करना होता है।
कोई नही निभाता वफ़ा ऐ रस्म,
सब धोखा देते है ख़ुदा की कसम।
सब लड़के धोखा नहीं देते,
मैं खुद एक लड़की केे लिए कई रातें रोया हूँ।
कितना गरीब हूं में उसने मुझे धोखा दिया,
और बदले में उसको कुछ नही दे पाया।
सबको लगता है खुश हूं मैं
सब के सब धोखे में हैं।
टूटा दिल मेरा बिखरे अरमान मेरे,
लगी ठोकर खाया धोखा बिखर गए आसमान सभी।
Dhokebaaz Gf Shayari
कैसे कह दूँ यार मेने मोहब्बत मे कुछ पाया नही है,
उस सफ़र में धोखा हम भी दे सकते थे मगर,
रगो मे दौड़ती वफा से बगावत ही नही होती।

हार जाते है अक्सर वो लोग जो उस इंसान से धोखा खाते है,
जिसके लिए उसने पूरी दुनिया को झूठा साबित कर दिया।
धोखा देती है मासूम चेहरों की चमक अक्सर,
हर कांच के टुकड़े को हीरा नहीं समझते।
जहाँ मोहब्बत धोखा देती है ,
दोस्ती वहाँ सहारा देती है।
अब मुझे ज़रूरत पड़ने लगी है चश्मे की,
लोगों के धोखे अब ठीक से नज़र नही आते मुझे।
हर इंसान धोखा नहीं देता,
पर अब मैं भरोसा नही करता।
हम दोनो ही धोखा खा गए ,
मैंने तुम्हे औरो से अलग समझा और तुमने मुझे औरो जैसे समझा।
Shayari Dhokebaaz
हर किसी को आजमा कर बैठा हूँ,
मैं बेइंतेहा धोखा खाकर बैठा हूँ।

बेवफाओं से धोखा खाने वाले लोग,
अक्सर वफादारों को धोखा देते हैं।
हमने किसी का क्या बिगाड़ा जिससे,
ईश्क किया उसी ने धोखा दे डाला।
एक धोखा भी जरूरी था,
दिल अपना औकात भूल रहा था।
ये रिश्ते भी अजीब है बिना विश्वास के शुरु नहीं होते,
और बिना धोखे के ख़त्म नहीं होते।
मैं तुम्हारी सुकून की रात तुम मेरी खुशनुमा सुबह हो,
मेरी धड़कनें तुमसे चलती तुम मेरे जीने की वजह हो।
इस तरह मेरे मन को भाए हुए हो छवि बनके दिल में समाए हुए हो,
बन्द करता हूँ मैं जब भी पलकें ऐसा लगता है कि तुम आए हुए हो।
आज की दिलकश हवाओं में इश्क का सुरूर है,
रहते हो तुम धड़कनो मे मुझे इस बात का गुरूर है।
मैं जिन्दगी के सभी ग़म भुलाये बैठा हूं,
तुम्हारे इश्क़ से कितनी मुझे सहूलत है।
Dhokebaaz Log Shayari in Hindi
जब हासिल हो जाए तो सब ख़ाक बराबर है,
इश्क भी जिस्म भी हुस्न भी वादे भी महबूब भी।

कुछ ज़ायके किसी के साथ के भी होते हैं,
फ़कत चीनी डालने से चाय मीठी नहीं होती।
मुझको मेरे इश्क़ का इनाम दिया गया है,
हर रात यादों में जागने का नया काम दिया गया है।
तुमसे बात करने के लिए मैंने पुख्ता इंतजाम किए हैं,
ख्वाब, ख़याल और तसव्वुर तीनों ही तुम्हारे नाम किए हैं।
जब दो टूटे हुए दिल मिलते है ना,
तब मोहब्बत में धोखा नही होता।
बहुत कुछ देती है ये जिन्दगी,
किसी पर यकीन करो तो धोखा
और ना करों तो अकेलापन मिलता है।
ऐ खुदा ! अपनों से दग़ा दोस्तो से धोखा मोहब्बत बेवफा,
तुमसे कुछ ज्यादा तो नही बस एक अजीज माँगा था।
वक़्त के एक दौर में इतना भूखा था मैं,
कुछ न मिला तो धोखा ही खा गया।
सच्ची मोहब्बत तो शायद शादी के बाद ही मिलती है,
बाकि ज्यादातर तो धोखे और इम्तेहान ही मिलते हैं।
Dhokebaaz Friend Shayari in Hindi
दिल तो रोज कहता है मुझे कोई सहारा चाहिए,
फिर दिमाग कहता है क्या धोखा दोबारा चाहिए।

सोचता हूं धोखे से ज़हर दे दूं,
सभी ख्वाहिशों को दावत पे बुलाकर।
चाहत जिस्म फिर धोखा देखा
यहां मोहब्बत के नाम पर सिर्फ मौका देखा।
नकाब है सबके चेहरे पर,
लोग मुस्कुराके धोखा देते है।
मैं मतलबी नही हूं जो साथ रहने वाले को धोखा दे दू
बस मुझे समझना हर किसी के बस की बात नही।
मेरा इश्क तुम्हें धोखा ना लगे,
इसलिए तुम्हें छुआ तक नहीं।
गजब कमिनी थी यार वो,
खुद ही धोखा देकर खुद ही Sad Status लगाती।
पहले इश्क फिर धोखा फिर बेवफ़ाई,
बड़ी तरकीब से एक शख्स ने तबाह किया।
मोहब्बत इतनी शिद्दत से करो कि वह धोखा देकर भी सोचे वापिस जाऊँ तो किस मुँह से जाऊँ।
Dhokebaaz Shayari Hindi
चुप रहना ही बेहतर है जमाने के हिसाब से,
धोखा खा जाते है अक्सर ज्यादा बोलने वाले।

किसी का साथ देना सीखो,
धोखा तो सब देते है।
मेरी जिन्दगी में दोस्त हो या प्यार,
हंसी मज़ाक माफ़ है झूठ और धोखा नहीं।
तुम्हारे धोखे ने हालात बिगाड़ दी,
मैं अपने घर का सबसे हसमुख लड़का था।
मेरा इश्क तुम्हें धोखा ना लगे,
इसलिए तुम्हें छुआ तक नहीं।
सोचता हूँ धोखे से जहर दे दूँ,
सभी ख्वाहिशों को दावत पर बुला के।
तकलीफ़ ये नहीं कि किस्मत ने धोखा दिया हमको,
तकलीफ़ तो ये है कि मेरा ऐतबार तुमपे था किस्मत पे नहीं।
भूले नहीं हैं तुमको ना ही कभी भूल पाएंगे,
कुछ इस तरह धोखा दिया तूने कि अब ना किसी से दिल लगा पाएंगे।
जो जले थे हमारे लिए बुझ रहे है वो सारे दिये,
कुछ अंधेरों की थी साजिशें कुछ उजालों ने धोखे दिए।
Dhokebaaz Shayari in Hindi
एक धोखे से हिल जाती है जमीन एतबार की साहिब,
जिंदगी तबाह करने के लिए भूकंप आए जरूरी नही।

दिल धड़कने की वजह तुम हो,
साँसें चलने की वजह तुम हो।
इस दिल को कभी धोखा ना देना,
इस दिल की पहली और आखिरी मोहबबत सिर्फ तुम हो।
मोह्बत की आड़ में हमने अपने ईमान से धोखा कर दिया,
उस शाम उसके लिए चाय की जगह कॉफी से समझौता कर लिया
दिल तो रोज़ कहता है मुझे कोई सहारा चाहिए ,
फ़िर दिमाग़ कहता है क्यों तुम्हें धोखा दोबारा चाहिए।
दिल कहता है के कोई सहारा चाहिए,
लेकिन दिमाग कहता है क्यों धोखा दोबारा चाहिए।
नजर ने नजर से बात कर ली रहे दोनों खामोश ओर बात कर ली।
वही धोखा खाया मेरी सादगी ने जहा मेने हस कर तुम से बात कर ली।
शतरंज की शौकीन नहीं थी इसलिए धोखा खा गई,
वो मोहरे चल रहा था मैं रिश्ते निभाती रह गई।
इश्क़ मुक्कमल होने ही वाला था,
की कमबख्त नींद ने धोखा दे दिया।
Bewafa Dhokebaaz Shayari
धोखा ना देना कि तुझपे ऐतबार बहुत है,
ये दिल तेरी चाहत का तलबगार बहुत है

तेरे प्यार ने ना सही,
पर तेरे धोखे ने मुझे बहुत हिम्मत दी है।
दूसरे शहर में कैसे इश्क़ करेगी वो,
जिसने अपने शहर के ही लडक़े से धोखा खाया हो।
नसीब का प्यार और गरीब की दोस्ती,
कभी धोखा नहीं देती।
जब दो टूटे दिल आपस मे मिलते है,
तो धोखे का कोई बजूद नहीं होता।
धोखे ऐसे ही नहीं मिलते,
लोगो का भला करना पड़ता हैं साहेब।
काश कि एक टीका मोहब्बत का भी बनाया जाये,
जो धोखा दे उनको चुन-चुन के लगाया जाये।
Dhokebaaz Shayari in Hindi for Girlfriend
हमें धोखा दिया आपने पर फिर भी चाहत आपकी है,
बस एक बार झाक के तो देखिए हमारी आंखों में की
आपसे मोहब्बत कितनी है।

देने वाले कि हैसियत है जनाब,
कोई प्यार देता है कोई धोखा।
जो दिखाई देता वो हमेशा सच नही होता
कहीं धोखे मैं आंखे है तो कही आंखों मैं धोखा है।
चाय दूसरी एसी चीज़ है।जिससे आंखें खुलती है,
धोखा अभी भी पहले नम्बर पर है।
तकलीफ ये नही की किस्मत ने मुझे धोखा दिया,
मेरा यकीन तुम पर था किस्मत पर नही।
देने वाले कि हैसियत है जनाब,
कोई प्यार देता है कोई धोखा।
ए ज़िंदगी अब तू भी धोखा दे जा उन अपनो के जैसे
अब तेरे साथ भी मुझे रहना अच्छा नही लगता।
दुनिया धोखा देकर अक्लमंद हो गई,
और हम भरोसा करके गुनहगार हो गए।
नींद रूठ जाती है क्योंकि,
लोग अक्सर मोहब्बत में धोखा दे जाते है।
ये कलयुग है जनाब यहाँ झूठे को मौका और सचे को धोखा मिलता है।
कर्जदार हूं मैं कुछ लोगों की क्योंकि,
उनके दिए धोखो से ही मेरी जिंदगी सुधरी है।
Dhokebaaz Shayari
खुद ही की ख्वाहिशों से न जाने कितने धोखे किये हमने,
तमाम उम्र अपनों की बेरूखी से कई समझोते किये हमने।

चलो धोका ही था तुम्हारा इश्क,
सब झूठ था तो झूठ अपनी जुबा को कहने देते,
मै खुश था मुझे धोखे में ही रहने देते।
कौन कहता है प्यार में जिंदगी खूबसूरत हो जाती है,
कभी धोखा खा कर देखों वहीं जिंदगी मौत से भी बदतर हो जाती है।
माफ़ी के हक़दार गलती करने वाले होते हैं,
ना की हमारे साथ धोखा करने वाले।
अर्ज़ किया है के रूठे हुए शख्स को मना ना भी एक इबादत है,
और इशक में धोखा जरुर मिलता है ये भी एक कहावत है।
मासूम सा चहरा था उसका,
बस यही आकर धोखा खा गए हम।
उन्होंने हमारी मोहब्बत का क्या सिला दिया,
सिर्फ हमें धोखा धोखा और धोखा ही दिया।
खुलकर कुछ कहा ही नहीं,
उसने धोखा भी धोखे से दिया।
मोहब्बत में धोखे नही खाये हो न जनाब,
इसलिए दूसरो की मोहब्बत अच्छी लगती लगती है।
धोखेबाज शायरी हिंदी में
शहर में कैसे इश्क़ करेगा वो,
जिसने गांव की लड़की से भी धोखा खाया है।

कैसा अजीब रिश्ता है ये देखो,
दिल धोखे में है और धोखेबाज आज भी दिल में है।
चुप रहना ही बेहतर है जमाने के हिसाब से,
धोखा खा जाते है अक्सर ज्यादा बोलने वाले।
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